आचार्य जी

आचार्य जी

आचार्य मंगल मोहन जी कहते हैं कि ईश्वर कुछ लोगों को एक ख़ास कला इसलिए देता है ताकि वह अपनी इस कला से दूसरों की मदद कर सकें। ज्योतिष की कुछ ऐसी ही कला प्रसिद्ध ज्योतिषी आचार्य मंगल मोहन मिश्रा जी को भगवान ने दी और इस विद्या का सदुपयोग करते हुए आचार्य जी ने लोगों की भलाई में इसका प्रयोग कर रहे हैं। आचार्य मंगल मोहन मिश्रा जी की रूचि बचपन से ही ज्योतिषी में थी और आगे चलकर इन्होनें इसी में निपूर्णता प्राप्त की। इन्होनें ज्योतिष में आचार्य किया । वेद व्याकरण, ज्योतिष, कर्मकांड, आर्थिक, व्यवसाय, शिक्षा, महूर्त, योग तथा रूद्राक्ष में आचार्य जी को प्रसिद्धी प्राप्त है। लोगों के सामाजिक एवं आर्थिक जीवन में अगर इसमें से कोई भी समस्या है तब ज्योतिषी मंगल मोहन मिश्रा जी के उपाय काफ़ी उपयोगी साबित होते हैं। अभी तक गुरूजी के ज्योतिष में समर्पण, प्रयास और बल से हज़ारों लोगों के जीवन में सुधार हुआ है। वर्तमान में आचार्य जी लोगों की समस्याओं को हल करने का काम कर रहे हैं।